उत्तराखंड राज्य के प्रतीक चिन्ह और राज्य गीत
आज हम इस लेख में आपको State symbol song and animal of Uttarakhand आदि के बारे में जानकारी देंगे।
State symbol song and animal of Uttarakhand
- उत्तराखंड शासन द्वारा उत्तराखंड राज्य के प्रतीक चिन्हों का निर्धारण 2001 में किया गया।
- उत्तराखंड राज्य की स्थापना 9 नवंबर 2000 में हुयी और उत्तरप्रदेश से अलग कर 27 वाँ राज्य बना। राज्य गठन के बाद प्रतीक चिन्ह का निर्धारण किया गया।
उत्तराखंड का राज चिन्ह
- शासकीय कार्यो में जिस चिन्ह का प्रयोग करते है वह राज चिन्ह होता है।
- राजकीय चिन्ह हीरे के आकार या समचतुर्भुज जैसा प्रतीत होता है।
- राज्य चिन्हों में तीन पर्वत चोटियाँ दिखाई देती है जिसमें बीच वाली चोटी पर लाल पृष्ठ में अशोक की लाट अंकित है, लाट के नीचे संस्कृत भाषा में "सत्यमेव जयते" लिखा गया है जो मुण्डको उपनिषद से लिया गया है।
- पृष्ठ का लाल रंग शहीद राज्य आंदोलनकारियों के रक्त का प्रतीक है।
- राज्य चिन्ह के बीच वाले भाग में श्वेत पृष्ठ पर चार जल धाराओं को नीले रंग में दिखाया गया है यह जल धारायें राज्य की गंगा, यमुना, राम गंगा एवं काली नदियों को दर्शाती है।
- राज्य चिन्ह सबसे नीचे नीले रंग में उत्तराखंड राज्य अंकित है।
उत्तराखंड का राज्य गीत-
- उत्तराखंड का राज्य गीत "उत्तराखंड देवभूमि मातृभूमि शत शत वंदन अभिनन्दन" है।
- उत्तराखंड का राज्य गीत 6 फ़रवरी 2016 में हेमन्त बिष्ट द्वारा लिखित है।
- राज्य गीत 9 मिनट की अवधि का है।
- राज्य गीत चयन समिति के अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह बटोही थे।
- राज्य गीत में आवाज श्री नरेंद्र सिंह नेगी तथा अनुराधा निराला ने दी है।
उत्तराखंड राज्य का पशु - कस्तूरी मृग
State symbol song and animal of Uttarakhand- कस्तूरी मृग को हिमालय का मस्क डियर कहा जाता है।
- कस्तूरी मृग का वैज्ञानिक नाम मास्कस क्राइसोगास्टर है।
- कस्तूरी मृग राज्य में 3600 मीटर से 4400 मीटर की ऊंचाई के जंगलों में पाए जाते है।
- राज्य में कस्तूरी मृग की 4 प्रजाति पायी जाती है।
- कस्तूरी मृग अंग्युलेटा कुल व मोशिडे परिवार का सदस्य है।
- कस्तूरी मृग बहुतायत में केदारनाथ, फूलों की घाटी, पिथौरागढ़ व उत्तरकाशी में पाए जाते है।
- कस्तूरी मृग राज्य के अलावा हिमांचल प्रदेश, सिक्किम, और कश्मीर में भी पाए जाते है।
कस्तूरी मृग की विशेषता -
- कस्तूरी मृग का रंग भूरा तथा उसमें काले - पीले धब्बे पाए जाते है।
- कस्तूरी मृग के पैर में चार खुर, दो बाहर निकले दांत और लगभग 20 इंच ऊंचाई होती है।
- कस्तूरी मृग के सींग नहीं होते है, आत्मरक्षा के लिए दो नुकीले दाँत होते है जिससे वो अपनी रक्षा करते है।
- कस्तूरी मृग के पीछे के पाँव आगे के पाँव की अपेक्षा लम्बे होते है।
- कस्तूरी मृग की विशेषता यह है कि वह अपना निवास स्थान नहीं छोड़ता है।
- कस्तूरी मृग को जुगाली करने वाला मृग कहा जाता है।
- कस्तूरी मृग की सूंघने की शक्ति तीक्ष्ण होती है।
- कस्तूरी मृग की औसत आयु लगभग 20 वर्ष होती है।
- मादा कस्तूरी मृग की गर्भधारण अवधि 6 माह की होती है।
- कस्तूरी मृग का मुख्य भोजन केदारपाती है।
- कस्तूरी नर मृग के गुदा में स्थित ग्रंथि से प्राप्त की जाती है।
- एक मृग से कस्तूरी 3-3 वर्ष के अंतराल में 30 से 45 ग्राम तक प्राप्त किया जा सकता है।
- कस्तूरी तीन प्रकार की होती है जिसमे नेपाल की कस्तूरी "कपिल" कश्मीर की कस्तूरी "पिंगल" और सिक्किम की कस्तूरी "कृष्ण" होती है।
- औषधि उद्योग में कस्तूरी का प्रयोग दमा, मिरगी, ह्रदय सम्बन्धी रोगों की दवाई बनाने में प्रयोग होती है।
- रासायनिक रूप से कस्तूरी मिथाइल ट्राईक्लोरो पेंटाडेकेनॉल है।
कस्तूरी मृग संरक्षण -
- कस्तूरी मृग संरक्षण के लिए 1972 में केदारनाथ वन्य जीव विहार के अन्तर्गत कस्तूरी मृग विहार की स्थापना की गई।
- महरुड़ी कस्तूरी मृग अनुसन्धान की स्थापना 1977 में की गई जो बागेश्वर जिले में स्थित है।
- सर्वाधिक मात्रा में कस्तूरी मृग अस्कोट वन्य जीव अभ्यारण पिथौरागढ़ में पाये जाते है।
- चमोली जिले के कांचुला खर्क में 1982 कस्तूरी मृग प्रजनन व संरक्षण केंद्र की स्थापना की गई।
- राज्य में 2005 तक 279 कस्तूरी मृग थे।
Conclusion
इस लेख में मैंने आपको State symbol song and animal of Uttarakhand आदि के बारे में जानकारी दी आशा है कि यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। आगे भी हमारे तमाम सभी लेखों में आपको उत्तराखंड की महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी इसलिए आप हमसे जुड़े रहे।
FAQ
Q उत्तराखंड राज्य में कस्तूरी मृग का वैज्ञानिक नाम क्या है ?
Ans उत्तराखंड राज्य में कस्तूरी मृग का वैज्ञानिक नाम "मास्कस क्राइसोगास्टर" है।
Q उत्तराखंड राज्य में कस्तूरी मृग की कितनी प्रजाति पायी जाती है ?
Ans उत्तराखंड राज्य में कस्तूरी मृग की चार प्रजाति पायी जाती है।
Q उत्तराखंड का राज्य गीत क्या है ?
Ans उत्तराखंड का राज्य गीत "उत्तराखंड देवभूमि मातृभूमि शत शत वंदन अभिनन्दन" है।
Q उत्तराखंड राज्य के राज्य गीत की अवधि कितनी है ?
Ans उत्तराखंड राज्य के राज्य गीत की अवधि 9 मिनट है।
Q उत्तराखंड राज्य गीत चयन समिति के अध्यक्ष कौन थे ?
Ans उत्तराखंड राज्य गीत चयन समिति के अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह बटोही थे।
Q उत्तराखंड राज्य में कस्तूरी मृग की मुख्य विशेषता क्या है ?
Ans उत्तराखंड राज्य में कस्तूरी मृग की विशेषता यह है कि वह अपना निवास स्थान नहीं छोड़ता है।
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